सभी हिंदी शायरी

कब किसी मेहरबाँ से आती है

कब किसी मेहरबाँ से आती है ...

nazar-dwivedi

जो नेक राहों से हम भी गुज़र गए होते

जो नेक राहों से हम भी गुज़र गए होते ...

nazar-dwivedi

जितना भीतर से छटपटाता हूँ

जितना भीतर से छटपटाता हूँ ...

nazar-dwivedi

जीते रहना भी सज़ा हो जैसे

जीते रहना भी सज़ा हो जैसे ...

nazar-dwivedi

इतनी क़ुदरत जो जगमगाती है

इतनी क़ुदरत जो जगमगाती है ...

nazar-dwivedi

हर शख़्स गुनह-गार है मा'लूम नहीं क्यों

हर शख़्स गुनह-गार है मा'लूम नहीं क्यों ...

nazar-dwivedi

हक़-बयानी की जो हिम्मत होगी

हक़-बयानी की जो हिम्मत होगी ...

nazar-dwivedi

हक़ में तिरे ऐ ज़ीस्त दु'आ कर चुके हैं हम

हक़ में तिरे ऐ ज़ीस्त दु'आ कर चुके हैं हम ...

nazar-dwivedi

बड़ी उमीद से हम भी उसी क़तार में हैं

बड़ी उमीद से हम भी उसी क़तार में हैं ...

nazar-dwivedi

अपने होंठों पे जो दु'आ रखता

अपने होंठों पे जो दु'आ रखता ...

nazar-dwivedi

रातों की नींद उड़ गई दिन का सुकूँ गया

रातों की नींद उड़ गई दिन का सुकूँ गया ...

naqui-niazi

उम्मीद की नदी पे लगे बंद खुल गए

उम्मीद की नदी पे लगे बंद खुल गए ...

nand-kishore-anhad

था इंतिज़ार कि अब आएगा नहीं आया

था इंतिज़ार कि अब आएगा नहीं आया ...

nand-kishore-anhad

साँचा वही घिसा हुआ फिर धर लिया गया

साँचा वही घिसा हुआ फिर धर लिया गया ...

nand-kishore-anhad

सहज ही दम-ब-दम आहिस्ता आहिस्ता

सहज ही दम-ब-दम आहिस्ता आहिस्ता ...

nand-kishore-anhad

सद-चाक गरेबाँ लिए निकले हो कहाँ को

सद-चाक गरेबाँ लिए निकले हो कहाँ को ...

nand-kishore-anhad

पीठ पर जिस ने टिका रख्खा था घर टूट गई

पीठ पर जिस ने टिका रख्खा था घर टूट गई ...

nand-kishore-anhad

मुड़-मुड़ के किसे देखता था कोई नहीं था

मुड़-मुड़ के किसे देखता था कोई नहीं था ...

nand-kishore-anhad

मेरा हमराह क्या मिरे हमराह

मेरा हमराह क्या मिरे हमराह ...

nand-kishore-anhad

ख़ूब बनता था वो बातों का धनी

ख़ूब बनता था वो बातों का धनी ...

nand-kishore-anhad
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