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ख़बर भी है कहाँ पर आ गए हो

ख़बर भी है कहाँ पर आ गए हो ...

rohit-gustakh

ये कैसा शहर का मंज़र दिखाई देता है

ये कैसा शहर का मंज़र दिखाई देता है ...

rizwan-ali

वो बदन माहताब जैसा है

वो बदन माहताब जैसा है ...

rizwan-ali

उस के होंटों पे मिरा नाम जो आया होगा

उस के होंटों पे मिरा नाम जो आया होगा ...

rizwan-ali

सुब्ह के परिंदे जब चहचहाने लगते हैं

सुब्ह के परिंदे जब चहचहाने लगते हैं ...

rizwan-ali

नन्हे हाथों में कटोरा नहीं देखा जाता

नन्हे हाथों में कटोरा नहीं देखा जाता ...

rizwan-ali

लौ जो घर का दिया नहीं देता

लौ जो घर का दिया नहीं देता ...

rizwan-ali

किसी से ऐ दिल-ए-नादाँ जो प्यार करना है

किसी से ऐ दिल-ए-नादाँ जो प्यार करना है ...

rizwan-ali

जो सोज़-ए-मोहब्बत में जलते रहे

जो सोज़-ए-मोहब्बत में जलते रहे ...

rizwan-ali

जो गुफ़्तुगू से क़ौम का रहबर लगा मुझे

जो गुफ़्तुगू से क़ौम का रहबर लगा मुझे ...

rizwan-ali

जब उस बज़्म में हम बुलाए गए

जब उस बज़्म में हम बुलाए गए ...

rizwan-ali

जब से कोई मिरा हम-सफ़र हो गया

जब से कोई मिरा हम-सफ़र हो गया ...

rizwan-ali

दिलों में यूँ तो लाखों ग़म निहाँ हैं

दिलों में यूँ तो लाखों ग़म निहाँ हैं ...

rizwan-ali

चाँद हो जिस तरह सितारों में

चाँद हो जिस तरह सितारों में ...

rizwan-ali

यूँ भी क्या सोने में तुझ को तोलता है कोई और

यूँ भी क्या सोने में तुझ को तोलता है कोई और ...

rashid-ansar

तुम को जीवन में ख़सारा भी तो हो सकता है

तुम को जीवन में ख़सारा भी तो हो सकता है ...

rashid-ansar

जब मिरी माँ की दु'आओं का असर बोलता है

जब मिरी माँ की दु'आओं का असर बोलता है ...

rashid-ansar

गुलों को करते हुए जब कलाम देखा था

गुलों को करते हुए जब कलाम देखा था ...

rashid-ansar

घुटन है और 'अजब बेबसी हवा में है

घुटन है और 'अजब बेबसी हवा में है ...

rashid-ansar

पहुँचेगा मोहब्बत का यूँ अंजाम कहाँ तक

पहुँचेगा मोहब्बत का यूँ अंजाम कहाँ तक ...

rana-khalid-mahmood-qaiser
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