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यूँ भी क्या सोने में तुझ को तोलता है कोई और
यूँ भी क्या सोने में तुझ को तोलता है कोई और ...
पहुँचेगा मोहब्बत का यूँ अंजाम कहाँ तक
पहुँचेगा मोहब्बत का यूँ अंजाम कहाँ तक ...
यूँ भी क्या सोने में तुझ को तोलता है कोई और ...
पहुँचेगा मोहब्बत का यूँ अंजाम कहाँ तक ...