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कुछ भी न कहना कुछ भी न सुनना लफ़्ज़ में लफ़्ज़ उतरने देना
कुछ भी न कहना कुछ भी न सुनना लफ़्ज़ में लफ़्ज़ उतरने देना ...
कभी थे हम-सफ़र राह-ए-मोहब्बत में ख़ुदा और हम
कभी थे हम-सफ़र राह-ए-मोहब्बत में ख़ुदा और हम ...
हम हैं इंसान इस लिए लाज़िम है कि मुसलसल काम करें
हम हैं इंसान इस लिए लाज़िम है कि मुसलसल काम करें ...
हम अपने शे'र में कुछ पहलू-ए-ज़म डाल देते हैं
हम अपने शे'र में कुछ पहलू-ए-ज़म डाल देते हैं ...
हवा बहुत तेज़ चल रही है मैं ख़ुद को भी तेज़ कर रहा हूँ
हवा बहुत तेज़ चल रही है मैं ख़ुद को भी तेज़ कर रहा हूँ ...
हमारा ख़्वाब कुछ कुछ और है ता'बीर आँखों में
हमारा ख़्वाब कुछ कुछ और है ता'बीर आँखों में ...