सभी हिंदी शायरी

जहाँ जहाँ पर दरवाज़ा था वहाँ वहाँ दीवार हुई

जहाँ जहाँ पर दरवाज़ा था वहाँ वहाँ दीवार हुई ...

jamal-ehsani

जहाँ बदलने का वो भी गुमान रखते हैं

जहाँ बदलने का वो भी गुमान रखते हैं ...

jamal-ehsani

जब अपनी रूह के अहवाल में शामिल नहीं समझा

जब अपनी रूह के अहवाल में शामिल नहीं समझा ...

jamal-ehsani

'इश्क़ में राह से जो लौट के घर जाता है

'इश्क़ में राह से जो लौट के घर जाता है ...

jamal-ehsani

हिसाब-ए-‘उम्र जब देना पड़ेगा

हिसाब-ए-‘उम्र जब देना पड़ेगा ...

jamal-ehsani

हरी-भरी थी टहनी सुर्ख़ गुलाब की भी

हरी-भरी थी टहनी सुर्ख़ गुलाब की भी ...

jamal-ehsani

हर एक ज़ख़्म-ए-शनासाई इक कहानी है

हर एक ज़ख़्म-ए-शनासाई इक कहानी है ...

jamal-ehsani

इक नदी मौज-दर-मौज पहलू बदलती रही

इक नदी मौज-दर-मौज पहलू बदलती रही ...

jamal-ehsani

दुनिया में वही कुछ है मिरी कार-गुज़ारी

दुनिया में वही कुछ है मिरी कार-गुज़ारी ...

jamal-ehsani

दिल-ए-पज़-मुर्दा को हम-रंग-ए-अब्र-ओ-बाद कर देगा

दिल-ए-पज़-मुर्दा को हम-रंग-ए-अब्र-ओ-बाद कर देगा ...

jamal-ehsani

धरती भी आसमाँ के बराबर ख़राब है

धरती भी आसमाँ के बराबर ख़राब है ...

jamal-ehsani

दवा के नाम से हालत ख़राब होती है

दवा के नाम से हालत ख़राब होती है ...

jamal-ehsani

बसर यूँ शब-ए-'उम्र कर जाऊँगा

बसर यूँ शब-ए-'उम्र कर जाऊँगा ...

jamal-ehsani

बरस बरस से मुझे इंतिज़ार था जिस का

बरस बरस से मुझे इंतिज़ार था जिस का ...

jamal-ehsani

अपनी आँखें तिरे चेहरे पे लगा कर देखूँ

अपनी आँखें तिरे चेहरे पे लगा कर देखूँ ...

jamal-ehsani

'अजब अँधेरी रात का नज़ारा था

'अजब अँधेरी रात का नज़ारा था ...

jamal-ehsani

आज तो घर में कोई नहीं है आज तो खुल के रो लेंगे

आज तो घर में कोई नहीं है आज तो खुल के रो लेंगे ...

jamal-ehsani

'आदत-ए-शब-बेदारी बढ़ती जाती है

'आदत-ए-शब-बेदारी बढ़ती जाती है ...

jamal-ehsani

रौशनी मुझ से गुरेज़ाँ है तो शिकवा भी नहीं

रौशनी मुझ से गुरेज़ाँ है तो शिकवा भी नहीं ...

iqbal-azeem

राह में जो भी रुकावट हो हटा देना है

राह में जो भी रुकावट हो हटा देना है ...

iqbal-azeem
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