सभी हिंदी शायरी

पहले तो ख़ाक-दान बनाने का दुख हुआ

पहले तो ख़ाक-दान बनाने का दुख हुआ ...

jamal-ehsani

नश्शा कुछ ऐसा था कि समझ में न आई बात

नश्शा कुछ ऐसा था कि समझ में न आई बात ...

jamal-ehsani

नए जहान का दर बाज़ करने वाली है

नए जहान का दर बाज़ करने वाली है ...

jamal-ehsani

मुझ को वो भी बसा-ग़नीमत था

मुझ को वो भी बसा-ग़नीमत था ...

jamal-ehsani

मुद्दतों बा'द शब-ए-माह उसे देखा था

मुद्दतों बा'द शब-ए-माह उसे देखा था ...

jamal-ehsani

क्यारी क्यारी ख़ाली है

क्यारी क्यारी ख़ाली है ...

jamal-ehsani

कुछ नहीं तेरे मेरे में

कुछ नहीं तेरे मेरे में ...

jamal-ehsani

कोई मौज़ू' हो तेरा हवाला अच्छा लगता है

कोई मौज़ू' हो तेरा हवाला अच्छा लगता है ...

jamal-ehsani

कोई भी शक्ल हो या नाम कोई याद न था

कोई भी शक्ल हो या नाम कोई याद न था ...

jamal-ehsani

किसी भी बात का जब ए'तिबार मुश्किल है

किसी भी बात का जब ए'तिबार मुश्किल है ...

jamal-ehsani

किस से बार-ए-ग़म उठा किस ने किसे रुस्वा रखा

किस से बार-ए-ग़म उठा किस ने किसे रुस्वा रखा ...

jamal-ehsani

ख़ुदा ने ख़ुश मुझे औक़ात से ज़ियादा किया

ख़ुदा ने ख़ुश मुझे औक़ात से ज़ियादा किया ...

jamal-ehsani

ख़ुदा ही आप न जब तक ज़मीं पे उतरेगा

ख़ुदा ही आप न जब तक ज़मीं पे उतरेगा ...

jamal-ehsani

ख़राबा-ए-बाम-ओ-दर बहुत याद आ रहा है

ख़राबा-ए-बाम-ओ-दर बहुत याद आ रहा है ...

jamal-ehsani

ख़मोश रात में कुछ यूँ तुझे सदा देंगे

ख़मोश रात में कुछ यूँ तुझे सदा देंगे ...

jamal-ehsani

ख़ाक ले जाएँ यहाँ से कि हवा ले जाएँ

ख़ाक ले जाएँ यहाँ से कि हवा ले जाएँ ...

jamal-ehsani

कल रात मैं शिकस्त-ए-सितमगर से ख़ुश हुआ

कल रात मैं शिकस्त-ए-सितमगर से ख़ुश हुआ ...

jamal-ehsani

कभी-कभार 'अजब वक़्त आन पड़ता है

कभी-कभार 'अजब वक़्त आन पड़ता है ...

jamal-ehsani

कभी भुला के कभी उस को याद कर के मुझे

कभी भुला के कभी उस को याद कर के मुझे ...

jamal-ehsani

जिसे भी हों अदब-आदाब देख सकता है

जिसे भी हों अदब-आदाब देख सकता है ...

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