दुनिया में वही कुछ है मिरी कार-गुज़ारी

By jamal-ehsaniFebruary 26, 2024
दुनिया में वही कुछ है मिरी कार-गुज़ारी
जो 'उम्र सर-ए-कूचा-ए-दिलदार गुज़ारी
हम को भी शरफ़ बख़्श कभी दर-ब-दरी का
उस आँख से ये 'अर्ज़ कई बार गुज़ारी


दिल वार दिया उस के दर-ओ-बाम पे मैं ने
जाँ नज़्र सर-ए-साया-ए-दीवार गुज़ारी
आज उस से मिले हैं तो ये महसूस हुआ है
जितनी भी गुज़ारी है वो बेकार गुज़ारी


ख़ुद ही से कभी हार कभी जीत गया मैं
ख़ुद ही से सदा बरसर-ए-पैकार गुज़ारी
हर आन मैं मसरूफ़-ए-मोहब्बत रहा लेकिन
लिक्खी ही नहीं उस ने मिरी कार-गुज़ारी


इस दिल की ज़मीं सैर-गह-ए-'इश्क़ है ऐसी
ता'तील यहाँ उस ने कई बार गुज़ारी
23321 viewsghazalHindi