मैं नहीं बैठ के अश्कों को बहाने वाला

By adeeb-damohiOctober 31, 2024
मैं नहीं बैठ के अश्कों को बहाने वाला
मैं हूँ तदबीर से तक़दीर बनाने वाला
ऐसे अंजाम से हम सब को सबक़ लेना है
जल गया आग में ख़ुद आग लगाने वाला


ज़ख़्म खा कर भी परिंदा न रुका उड़ता रहा
हाथ मलता ही रहा तीर चलाने वाला
उस के एहसान से अल्लाह बचाए मुझ को
कितना कम-ज़र्फ़ है एहसान बताने वाला


टूटना लफ़्ज़ ही मुझ पर है क़यामत जैसा
मैं हूँ मिट्टी के खिलौनों को बनाने वाला
कैसे जीता है ज़रा सोच के देखो तो 'अदीब'
अपने एहसास को सीने में दबाने वाला


24657 viewsghazalHindi