कहीं से ढूँढ कर तो लाओ मुझ को
By nomaan-shauqueFebruary 28, 2024
कहीं से ढूँढ कर तो लाओ मुझ को
अगर फिर हो सके मिल जाओ मुझ को
मोहब्बत जल्द-बाज़ी देख ली ना
समझ कर सोच कर ठुकराओ मुझ को
तुम्हें तो सब फ़रिश्ते जानते हैं
मिरी जन्नत कभी दिखलाओ मुझ को
बराए शे'र ही कह दो कोई शे'र
मज़ाक़न ही कभी मिल जाओ मुझ को
सिवाए तुम जहाँ कोई नहीं हो
किसी ऐसी जगह छोड़ आओ मुझ को
अगर फिर हो सके मिल जाओ मुझ को
मोहब्बत जल्द-बाज़ी देख ली ना
समझ कर सोच कर ठुकराओ मुझ को
तुम्हें तो सब फ़रिश्ते जानते हैं
मिरी जन्नत कभी दिखलाओ मुझ को
बराए शे'र ही कह दो कोई शे'र
मज़ाक़न ही कभी मिल जाओ मुझ को
सिवाए तुम जहाँ कोई नहीं हो
किसी ऐसी जगह छोड़ आओ मुझ को
22062 viewsghazal • Hindi