'इश्क़ था वाक़ि'आ बना डाला

By nomaan-shauqueFebruary 28, 2024
'इश्क़ था वाक़ि'आ बना डाला
आप ने क्या से क्या बना डाला
आसमाँ को न छू सके तो क्या
एक ज़ीना नया बना डाला


जिन का दा'वा है पानियों पे हनूज़
हर तरफ़ कर्बला बना डाला
आदमी आदमी तो हो पहले
आप ने तो ख़ुदा बना डाला


हिज्र में कुफ़्र ये हुआ सरज़द
तुम गए दूसरा बना डाला
उस से जी भर के बात की कल रात
शक्ल था वो सदा बना डाला


हर नए ग़म पे मुस्कुराता हूँ
इक तमाशे ने क्या बना डाला
23880 viewsghazalHindi