हिज्र-ओ-विसाल कितना आसान कर दिया है
By salim-saleemFebruary 28, 2024
हिज्र-ओ-विसाल कितना आसान कर दिया है
इस 'इश्क़ ने मुकम्मल सामान कर दिया है
पलकों पे जो ज़रा सी बूँदें चमक रही थीं
दामन बढ़ा के उस ने तूफ़ान कर दिया है
कुछ तो हमें भी उस ने इंसानियत सिखा दी
हम ने भी उस को थोड़ा शैतान कर दिया है
कैसी 'अजीब छब थी क्या हुस्न का समाँ था
उस ने तो आज सब को हैरान कर दिया है
इस 'इश्क़ ने मुकम्मल सामान कर दिया है
पलकों पे जो ज़रा सी बूँदें चमक रही थीं
दामन बढ़ा के उस ने तूफ़ान कर दिया है
कुछ तो हमें भी उस ने इंसानियत सिखा दी
हम ने भी उस को थोड़ा शैतान कर दिया है
कैसी 'अजीब छब थी क्या हुस्न का समाँ था
उस ने तो आज सब को हैरान कर दिया है
83076 viewsghazal • Hindi