दिल की ख़ल्वत से ज़बाँ तक का सफ़र किस ने किया
By khursheed-rizviFebruary 27, 2024
दिल की ख़ल्वत से ज़बाँ तक का सफ़र किस ने किया
दर्द के अक्स-ए-गुरेज़ाँ को अमर किस ने किया
मुस्कुरा कर ज़ख़्म खाने की बिना किस ने रखी
तल्ख़ियों को ज़ीस्त से शीर-ओ-शकर किस ने किया
तुम ने या हम ने लिखे पैग़ाम फ़स्ल-ए-गुल के नाम
ख़ुशबुओं को गुलसिताँ में नामा-बर किस ने किया
क्या ये इस बे-दस्त-ओ-पा अंधे सदफ़ का काम है
बूँद को पानी की ज़ुल्मत में गुहर किस ने किया
किस ने माह-ए-नौ की डाली पाँव में बेड़ी मिरे
शाम के मंज़र को मेरा हम-सफ़र किस ने किया
पेड़ को किस ने हिलाया है कि उड़ते हैं परिंद
ज़ेहन में ठहरे हुओं को दर-ब-दर किस ने किया
ज़लज़लों ने या जबीं घिसते हुए सैलाब ने
रफ़्ता-रफ़्ता घर की बुनियादों में घर किस ने किया
किस ने छोड़ा आसमाँ तक ला के पत्थर की तरह
मैं परिंदा था मुझे बे-बाल-ओ-पर किस ने किया
दर्द के अक्स-ए-गुरेज़ाँ को अमर किस ने किया
मुस्कुरा कर ज़ख़्म खाने की बिना किस ने रखी
तल्ख़ियों को ज़ीस्त से शीर-ओ-शकर किस ने किया
तुम ने या हम ने लिखे पैग़ाम फ़स्ल-ए-गुल के नाम
ख़ुशबुओं को गुलसिताँ में नामा-बर किस ने किया
क्या ये इस बे-दस्त-ओ-पा अंधे सदफ़ का काम है
बूँद को पानी की ज़ुल्मत में गुहर किस ने किया
किस ने माह-ए-नौ की डाली पाँव में बेड़ी मिरे
शाम के मंज़र को मेरा हम-सफ़र किस ने किया
पेड़ को किस ने हिलाया है कि उड़ते हैं परिंद
ज़ेहन में ठहरे हुओं को दर-ब-दर किस ने किया
ज़लज़लों ने या जबीं घिसते हुए सैलाब ने
रफ़्ता-रफ़्ता घर की बुनियादों में घर किस ने किया
किस ने छोड़ा आसमाँ तक ला के पत्थर की तरह
मैं परिंदा था मुझे बे-बाल-ओ-पर किस ने किया
23162 viewsghazal • Hindi