ऐसा ग़म है कि जो कर देगा मिरे बाल सफ़ेद

By hina-ambareenFebruary 6, 2024
ऐसा ग़म है कि जो कर देगा मिरे बाल सफ़ेद
और वहशत भी कुछ ऐसी कि हुए गाल सफ़ेद
मैं ने पथराई हुई आँख से अम्बर देखा
आन की आन हुआ तारों-भरा थाल सफ़ेद


लाश उस शख़्स ने मेहनत से बनाया मुझ को
सुर्ख़ चादर को मिरे सर से हटा डाल सफ़ेद
और फिर नीला हुआ सारे का सारा मंज़र
मैं ने देखा था किसी फूल पे रूमाल सफ़ेद


अजनबी बनता है कैसे कोई अपना पल में
कैसे होता है घड़ी-भर में लहू लाल सफ़ेद
काले कव्वे तो बहुत झूटी ख़बर देते हैं
तो कबूतर कोई पैग़ाम-रसा पाल सफ़ेद


हाए इन फूलों ने खा ली मिरे घर की रौनक़
फूल भेजे गए तोहफ़े में तो हर साल सफ़ेद
38799 viewsghazalHindi