All English Shayari
kisi ke chhuT jaane ka use kyon gham nahin hota
kisi ke chhut jaane ka use kyon gham nahin hota ...
kisi ke chhuT jaane ka use kyon gham nahin hota
kisi ke chhut jaane ka use kyon gham nahin hota ...
tu jo aabaad hai ai dost mere dil ke qarib
tu jo aabaad hai ai dost mere dil ke qarib ...
पान फ़रोश एडिटर
तहरीक में बर्तानिया के ख़िलाफ़ मज़ामीन लिखने की पादाश में गिरफ़्तार हुए और एक साल क़ैद-ए-बा-मुशक़्क़त की सज़ा पाई। उसके बाद “ज़मींदार” के बहुत से एडिटर गि...
पान फ़रोश एडिटर
तहरीक में बर्तानिया के ख़िलाफ़ मज़ामीन लिखने की पादाश में गिरफ़्तार हुए और एक साल क़ैद-ए-बा-मुशक़्क़त की सज़ा पाई। उसके बाद “ज़मींदार” के बहुत से एडिटर गि...
कश्मकश
सालिक साहब और मौलाना ताजवर, दोनों के दरमियान कशीदगी रहती थी। एक मर्तबा सालिक के एक दोस्त ने कहा कि आपके दरमियान ये “कश्मकश” ठीक नहीं, सुलह हो जानी च...
कश्मकश
सालिक साहब और मौलाना ताजवर, दोनों के दरमियान कशीदगी रहती थी। एक मर्तबा सालिक के एक दोस्त ने कहा कि आपके दरमियान ये “कश्मकश” ठीक नहीं, सुलह हो जानी च...
एक आँख का वायसराय
मौलाना अब्दुल मजीद सालिक हश्शाश-ओ-बश्शाश रहने के आ’दी थे और जब तक दफ़्तर में रहते, दफ़्तर क़हक़हा-ज़ार रहता। उनकी तहरीरों में भी उनकी तबीयत की तरह शगुफ...
एक आँख का वायसराय
मौलाना अब्दुल मजीद सालिक हश्शाश-ओ-बश्शाश रहने के आ’दी थे और जब तक दफ़्तर में रहते, दफ़्तर क़हक़हा-ज़ार रहता। उनकी तहरीरों में भी उनकी तबीयत की तरह शगुफ...
mere dil mein hai ki puchhun kabhi murshid-e-mughan se
mere dil mein hai ki puchhun kabhi murshid-e-mughan se ...
ये ग़ाज़ी ये तेरे पुर-अस्रार बन्दे
ट्रेन मग़रिबी जर्मनी की सरहद में दाख़िल हो चुकी थी। हद-ए-नज़र तक लाला के तख़्ते लहलहा रहे थे। देहात की शफ़्फ़ाफ़ सड़कों पर से कारें ज़न्नाटे से गुज़रती जाती थ...
nashad tha nashad hai malum nahin kyon
nashad tha nashad hai ma'lum nahin kyon ...
mere gham ki haqiqat ka zamana raazdan kyon ho
mere gham ki haqiqat ka zamana raazdan kyon ho ...